5अगस्त के संयुक्त किसान मंच के आंदोलन में शामिल होगी सीटू-विजेंद्र मेहरा
सीटू राज्य कमेटी हिमाचल प्रदेश ने संयुक्त किसान मंच के 5 अगस्त को प्रदेश सरकार सचिवालय शिमला पर होने वाले प्रदर्शन का पूर्ण समर्थन किया है। सीटू ने प्रदेश सरकार से किसानों व बागवानों की मांगों को पूर्ण करने की मांग की है। सीटू ने ऐलान किया है कि मजदूरों द्वारा किसानों व बागवानों के आंदोलन का कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया जाएगा।
सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा व महासचिव प्रेम गौतम ने कहा है कि केंद्र व प्रदेश सरकार की किसान व बागवान विरोधी नीतियों से कृषि व बागवानी क्षेत्र भारी संकट में है। इन नीतियों से किसानों व बागवानों का तबाह होना निश्चित है। हिमाचल प्रदेश सरकार की नीतियों से बागवानी क्षेत्र पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। इन नीतियों से बागवान पूरी तरह तबाह हो जाएंगे। उन्होंने सेब कार्टन बॉक्स पर जीएसटी थोपने के कदम को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। उन्होंने सेब की पेटी,ट्रे,कीटनाशकों व फफूंदीनाशकों की कीमतों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी को बागवानों के हितों के पूर्णतः खिलाफ करार दिया है। उन्होंने मांग की है कि सेब की पेटी पर लगाया गया जीएसटी वापिस लिया जाए व पेटी की कीमतें कम की जाएं। ट्रे की कीमतों में की गई वृद्धि को रद्द किया जाए। एचपीएमसी द्वारा बागवानों से खरीदे गए सेब के पिछले बकाए का तुरन्त भुगतान किया जाए। किसानों व बागवानों से विभिन्न बैरियरों पर वसूली जाने वाली मार्केट फीस पर रोक लगाई जाए। सेब उत्पादकों की रक्षा के लिए विदेश से आने वाले सेब पर आयात शुल्क शत-प्रतिशत किया जाए। आढ़तियों से बागवानों की बकाया राशि का तुरन्त भुगतान करवाया जाए व धोखाधड़ी करने वाले आढ़तियों पर तुरन्त मुकद्दमे दर्ज करके उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लायी जाए। हिमाचल प्रदेश में सेब उत्पादकों की सुरक्षा हेतु कश्मीर की तर्ज़ पर मंडी मध्यस्तता योजना लागू की जाए। किसानों की रक्षा करने के लिए एपीएमसी कानून को सख्ती से लागू किया जाए।
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