भारतीय संविधान और मनुस्मृति की चुनौती पर दलित शोषण मुक्ति मंच का कालीबाड़ी हाल शिमला मे सेमिनार सम्पन्न
आज 12/12/2021 को शिमला के कालीबाड़ी हाल में एक राज्य स्तरीय सेमिनार का आयोजन दलित शोषण मुक्ति मंच ने किया
दलित शोषण मुक्ति मंच के सेमिनार में हिमाचल प्रदेश के कोनो कोनो से सैकड़ों कार्यकर्ता कालीबाड़ी शिमला पहुंचे हुए थे सेमिनार मे भारतीय संविधान और मनुस्मृति की चुनौती पर दलित शोषण मुक्ति मंच की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुभाषिनी अली जी ने संबोधन दिया, से सुभाषिनी अली जी ने आज के दौर में संविधान की प्रासंगिकता और मनुस्मृति की कुरीतियों पर भी चर्चा की मनुस्मृति ही एकमात्र ही वह किताब है जो समाज में असमानता के सिद्धांत को समर्थन करती है व समाज मे वर्ण व्यवस्था और ऊंच नीच को बढ़ावा देती है,
मनुस्मृति समाज मे महिला के स्थान को निम्न से निम्नस्तर पर ले जाती है
इसलिए आज क दौर में संविधान की प्रासंगिकता और बढ़ जाती है
संविधान ही एकमात्र ऐसा ग्रंथ है जो महिलाओं को समाज में समानता का अधिकार प्रदान करता है,
आज के सेमिनार को दलित शोषण मुक्ति मंच के राज्य संयोजक जगत राम, सह संयोजक आशीष कुमार,व जिला संयोजक विवेक कश्यप ने भी संबोधित किया
दलित शोषण मुक्ति मंच के इस सेमिनार में विभिन्न जन संगठनो का नेतृत्व भी शामिल हुआ, सीटू के राज्याध्यक्ष विजेन्द्र मेहरा, शिमला नगर निगम के भूतपूर्व महापौर संजय चौहान, किसान सभा के राज्य महासचिव ओंकार शाद , जनवादी महिला समिति की राज्य अध्यक्ष रीना सिंह तंवर व जिला सचिव, फालमा चौहान तथा एसएफआई राज्य अध्यक्ष रमनथारटा व राज्य सचिव अमित ठाकुरकिसान सभा राज्य अध्यक्ष कुलदीप सिंह तंवर,
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