बढ़ती मंहगाई के खिलाफ शिमला में माकपा ने घेरा सरकार को। हल्लाबोल प्रदर्शन
सीपीआईएम के द्वारा आज गैस, पेट्रोल, डीजल के दामों में की गई वृद्धि व बढ़ती महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन किया । प्रदर्शन में पार्टी राज्य सचिवालय संजय चौहान, राज्य कमेटी सदस्य विजेंद्र मेहरा, राजेंद्र चौहान,
फाल्मा चौहान,जगमोहन ठाकुर , बाबू,सत्यावान पुंडीर, विजय कौशल,महेश वर्मा, विवेक, हिमी देवी, कलावती, ,विनोद , किशोरी, बालक राम, रमाकांत मिश्रा अनिल ठाकुर, दिनीत , नेहा ठाकुर, रितु नेगी, मुस्कान शर्मा, पवन शर्मा ,मुकेश, साहिल ठाकुर ,रोहित नेगी, नीतीश उमा संतोष,आदि साथियों ने भाग लिया ।
ईंधन की बढ़ती कीमतें नागरिकों के लिए एक बोझ बन गई हैं और इसके परिणामस्वरूप दो में से एक परिवार को अपने खर्च में कटौती करने के लिए मजबूर होना पड़ा है. एक सर्वे के मुताबिक, पेट्रोल और डीजल की ऊंची कीमतों की वजह से 2021 में हर दो घरों में से एक ने खर्च में कटौती की है. वास्तव में, पांच में से एक परिवार ने आवश्यक उत्पादों पर खर्च में भी कटौती की है. सर्वेक्षण में भाग लेने वाले परिवारों ने बताया कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों से उत्पन्न उच्च लागत के कारण बचत में कमी आई है।
आंकड़ों से पता चलता है कि देश में 50 प्रतिशत से अधिक नागरिक अब ईंधन की ऊंची कीमतों के कारण आवश्यक वस्तुओं पर खर्च में कटौती कर रहे हैं। ईंधन की ऊंची कीमतों के कारण खर्च में कटौती करने वाले 51 फीसदी में से 21 फीसदी को जरूरी चीजों पर खर्च में कटौती करने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जबकि 14 फीसदी ने कहा कि उनकी बचत कम हो गई है.
सरकार जो आम जनता हितेषी होने l का दावा करती थी।
पहले बार घरेलू गैस के दाम एक हजार रुपये से पार हो गए हैं। गैस कंपनियों ने घरेलू सिलिंडर के दाम में 15 रुपये की बढ़ोतरी की है। प्रदेश में अब होम डिलिवरी के साथ घरेलू एलपीजी सिलिंडर लेने के लिए 1001.75 रुपये चुकाने होंगे। घरेलू उपभोक्ताओं को 17 रुपये की सब्सिडी बैंक खातों में लौटाई जाएगी। व्यावसायिक सिलिंडर के दाम दो रुपये घटे हैं। अब 1906 रुपये में व्यावसायिक गैस सिलिंडर मिलेगा।
रसोई गैस सिलिंडर में लगी महंगाई की आग के साथ-साथ राजधानी शिमला में सामान्य पेट्रोल का प्रति लीटर दाम भी 1001. 77 रुपये पार हो गया है। शिमला में पेट्रोल 101.77 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है। गैस सिलिंडर व पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी ने आम जनता की कमर तोड़ दी है। राजधानी शिमला में गैस सिलिंडर की कीमत 944 रुपये पहुंच गई है। 57.75 रुपये का होम डिलिवरी शुल्क जुड़ने से घर पर सिलिंडर पहुंचने की कीमत एक हजार रुपये पार कर गई है।
जुलाई में घरेलू रसोई गैस सिलिंडर 25.50 रुपये और व्यावसायिक सिलिंडर 82 रुपये महंगा हो गया था। अगस्त में घरेलू एलपीजी सिलिंडर के दाम 25 रुपये बढ़े थे।
इसके बाद सितंबर में प्रदेश घरेलू गैस सिलिंडर के दाम 25 रुपये बढ़े थे। वहीं, व्यावसायिक गैस सिलिंडर 75 रुपये महंगा हुआ था। पहली अक्तूबर को व्यावसायिक गैस सिलिंडर 36 रुपये महंगा हुआ। वहीं अब घरेलू सिलिंडर के दाम में 15 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। पहले ही महंगाई की मार झेल रही जनता की घरेलू सिलिंडर महंगे होने से परेशानियां और अधिक बढ़ गई है। इससे आम लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सरकार द्वारा इस समय जो आम जनता को राहत देने का कार्य करना था ठीक उसके विपरित कार्य कर रही है। एक तरफ कोरोना काल में लोगो के रोजगार चले दूसरी तरफ सरकार द्वारा लोगो पर आर्थिक बोझ डाला जा रहा है।
ये सरकार सिर्फ लोगो के बीच झूठा प्रचार फेलाने का कार्य करती आम जनता को बाटने का कार्य करती लोगो की बुनियादी मुद्दों पर बात ही नही करती है ।लोकल कमेटी सचिव बाबू राम ने कहा
इस सरकार द्वारा पूंजीपतियों को फायदा देने के लिए कार्य किया जा रहा लगातार महंगाई, बेरजगारी, बढ़ रही है ।
सरकार द्वारा सारी सार्वजनिक संपतियों को बेचा जा रहा है रेलवे, रोड, एयरपोर्ट, बैंक, बीमा, एलआईसी, सबकुछ पूंजीपतियों के हवाले किया जा रहा है ।
सीपीआईएम मांग करती है की पेट्रोल डीजल, पर जो सरकार द्वारा एक्साइज ड्यूटी व वैट की दर घटाई जाए। सीपीआईएम मांग करती है की रसोई गैस के सिलेंडर में सब्सिडी बड़ाने व खाद्य वस्तुओं की कीमतों में कटौती की मांग करती है।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली को मजबूत किया जाए
महंगाई पर लगाम लगाया जाए।
सीपीआईएम आम जनता से अपील कृति है की इस जनता विरोधी सरकारबी खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है।
बाबू राम
सचिव
सीपीआईएएम
शिमला शहरी कमेटी
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