12 अक्टूबर को बढ़ती हुई मंहगाई के खिलाफ सरकार को घेरेगी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की शिमला शहरी कमेटी

सीपीआईएम 12अक्टूबर को सरकार द्वारा गैस, पेट्रोल, डीजल के दामों में की गई वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन करेंगी।
 सरकार जो आम जनता हितेषी होने  का दावा करती थी। आज आम जनता के उपर आर्थिक बोझ डाल रही है ।
लोगो के इस दौर में रोजगार चले गए है रोजगार सुरक्षित नहीं है और जो सरकार को राहत देने का कार्य करना था नही कर  पा रही बल्की इस सरकार द्वारा लोगो को लुटा जाए रहा है।
 घरेलू  सिलेंडर के दाम एक हजार रुपये से पार हो गए हैं।  गैस कंपनियों ने घरेलू सिलिंडर के दाम में 15 रुपये की बढ़ोतरी की है। प्रदेश में अब होम डिलिवरी के साथ घरेलू एलपीजी सिलिंडर लेने के लिए 1001.75 रुपये चुकाने होंगे। घरेलू उपभोक्ताओं को 17 रुपये की सब्सिडी बैंक खातों में लौटाई जाएगी। व्यावसायिक सिलिंडर के दाम दो रुपये घटे हैं। अब 1906 रुपये में व्यावसायिक गैस सिलिंडर मिलेगा।

रसोई गैस सिलिंडर में लगी महंगाई की आग के साथ-साथ राजधानी शिमला में सामान्य पेट्रोल का प्रति लीटर दाम भी 100 रुपये पार हो गया है। शिमला में पेट्रोल 100.11 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है।  गैस सिलिंडर व पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी ने आम जनता की कमर तोड़ दी है। एक अक्तूबर को घरेलू गैस सिलिंडरों के दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई थी। अब बुधवार को 15 रुपये दाम बढ़ गए हैं। राजधानी शिमला में गैस सिलिंडर की कीमत 944 रुपये पहुंच गई है। 57.75 रुपये का होम डिलिवरी शुल्क जुड़ने से घर पर सिलिंडर पहुंचने की कीमत एक हजार रुपये पार कर गई है।
 जुलाई में घरेलू रसोई गैस सिलिंडर 25.50 रुपये और व्यावसायिक सिलिंडर 82 रुपये महंगा हो गया था। अगस्त में घरेलू एलपीजी सिलिंडर के दाम 25 रुपये बढ़े थे।
 इसके बाद सितंबर में प्रदेश घरेलू गैस सिलिंडर के दाम 25 रुपये बढ़े थे। वहीं, व्यावसायिक गैस सिलिंडर 75 रुपये महंगा हुआ था। पहली अक्तूबर को व्यावसायिक गैस सिलिंडर 36 रुपये महंगा हुआ। वहीं अब घरेलू सिलिंडर के दाम में 15 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। पहले ही महंगाई की मार झेल रही जनता की घरेलू सिलिंडर महंगे होने से परेशानियां और अधिक बढ़ गई है। इससे आम लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सरकार द्वारा इस समय जो आम जनता को राहत देने का कार्य करना था ठीक उसके विपरित कार्य कर रही है। एक तरफ कोरोना काल में लोगो के रोजगार चले दूसरी तरफ सरकार द्वारा लोगो पर आर्थिक बोझ डाला जा रहा है।
ये सरकार सिर्फ लोगो के बीच झूठा प्रचार फेलाने का कार्य करती आम जनता को बाटने का कार्य करती लोगो की बुनियादी मुद्दों पर बात ही नही करती है ।
इस सरकार द्वारा पूंजीपतियों को फायदा देने के लिए कार्य किया जा रहा  लगातार महंगाई, बेरजगारी, बढ़ रही है ।
सरकार द्वारा सारी सार्वजनिक संपतियों को बेचा जा रहा है रेलवे, रोड, एयरपोर्ट, बैंक, बीमा, एलआईसी, सबकुछ पूंजीपतियों के हवाले किया जा रहा है ।
सीपीआईएम मांग करती है की पेट्रोल डीजल, पर जो सरकार द्वारा एक्साइज ड्यूटी  व वैट की दर घटाई जाए। सीपीआईएम मांग करती है की रसोई गैस के सिलेंडर में सब्सिडी बड़ाने व खाद्य वस्तुओं की कीमतों में कटौती की मांग करती है।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली को मजबूत किया जाए 
महंगाई  पर लगाम लगाया जाए।
सीपीआईएम आम जनता से अपील कृति है की इस जनता विरोधी सरकारबी खिलाफ 12 अक्टूबर को प्रदर्शन में शामिल हो 
बाबू राम 
सचिव 
सीपीआईएएम 
शिमला शहरी कमेटी





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