किन्नौर बस हादसे के राहत कार्यों में तेजी लाऐ सरकार और मृतकों के परिजनों को मुआवजा प्रदान करें-CPIM लोकल कमेटी शिमला
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी(मार्क्सवादी) शिमला शहरी कमेटी ने किन्नौर के निगुलसरी में राष्ट्रीय उच्चमार्ग में भूस्खलन से हुए नुकसान पर दुख व्यक्त करते हुए इस हादसे में मृतको के शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की.
बता दें कि यह हादसा पिछले कल दोपहर 12 बजे के करीब किन्नौर में हुआ. हादसे में एक पथ परिवहन की बस जो किन्नौर के मूरँग से हरिद्वार जा रही थी दब गई है तथा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई व इसमें जो यात्री सफर कर रहे थे इनमें से अभी भी कई लापता हैं . इसके अतिरिक्त एक ट्रक व टिपर, सुमो, दो करो और अखबार का वाहन भी इसकी चपेट में आए हैं. अभी तक जो राहत कार्य किया गया है उसमें 10 शव बरामद किए गए हैं और 13 घायल लोगो को इससे निकाला गया है. अभी भी कई लोग मलबे में दबे हुए हैं.
सीपीएम ने सरकार से मांग की है कि राहत कार्य में और तेजी लाई जाए इस घटना में मृतकों के परिवारों व घायलों को तुरन्त राहत प्रदान व मुआवजा दिया जाए. किन्नौर व प्रदेश में भूस्खलन की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए इसको रोकने के लिए वैज्ञानिक आधार पर उचित कदम उठाये जाए. प्रदेश में चल रही विभिन्न पनविद्युत व अन्य परियोजनाओं के जो कार्य किये जा रहे हैं उनके निर्माण में सुरक्षा व इससे पर्यावरण के संरक्षण के लिए भी ठोस कदम उठाए जाए ताकि भविष्य इस प्रकार की घटनाओं पर रोक लगाई जाए.
पिछले लंबे समय से अंधाधुंध गैर वैज्ञानिक तरीके से निर्माण कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है
इन निर्माण कार्यों के कारण आए दिन इस तरह के हादसे हो रहे है जिसके कारण लोगो को अपनी जान गंवानी पड़ रही है लाखो करोड़ो रुपए की जान माल की हानी हो रही है ये सारी कमजोरिया हमारी सरकारों की है आने वाले समय में हिमाचल में इन निर्माण कार्यों को वैज्ञानिक आधार पर ही करना चाहिए अगर सरकार इस पर अभी भी ठोस कदम नहीं उठाती तो आने वाले समय में इसके गंभीर परिणाम होंगे
सीपीआईएम ये भी मांग करती है जिन लोगो ने इस हादसे में अपनी जान गंवाई है उनके परिवारों को मुआवजा दिया जाए और घायलों के उपचार के लिए उचित व्यवस्था की जाए
रेस्क्यू ऑपरेशन के कार्यों में और तेजी लाई जाए
बाबू राम
सचिव
सीपीआईएम
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें