कमला नेहरू अस्पताल को कोविड डेडीकेटेड अस्पताल बनाने का निर्णय निरस्त करे सरकार- जनवादी महिला समिति
प्रेस विज्ञप्ति
अखिल भारतीय जनबादी महिला समिति हिमाचल प्रदेश राज्य कमेटी ने शासन और प्रशासन के उस निर्णय की निन्दा की है जिसमे यह कहा गया है कि रिपन अस्पताल के बाद अब कमला नेहरू अस्पताल को कोविड के लिये दिया जायेगा। सरकार और प्रशासन यह भली भांति जानती है कि प्रदेश में एक मात्र मातृ एवं शिशु अस्पताल है जिसमे महिलायें पूरे प्रदेश से अपना इलाज करने आती है और गर्भवती महिलाओं के लिए अब शिमला में एक ही अस्पताल बचा है जहाँ महिलाओं का गर्भावस्था में नियमित चेकअप होता है पहले महिलायें अपना चेकअप करने के लिए रिपन अस्पताल में जाती थी लेकिन अब बह कोविड के लिए डेडिकेट किया गया है जिसकी बजह से गर्भवती महिलाएं कमला नेहरू अस्पताल की और अपना चेकअप के लिए जा रही है।
पूरे प्रदेश के विभिन्न जिलों से गायनी की मरीज महिलाये इस अस्पताल के लिए रेफर की जाती है जहां उनका इलाज करना जरूरी होता है । इसलिए शासन और प्रशासन को इस निर्णय को तुरंत निरस्त कर देना चाहिए । कमला नेहरू अस्पताल में पहले ही गर्भवती , प्रसूता महिलाओ और स्त्री रोग की मरीजो को एक बिस्तर पर दो -दो को लेटाया जाता है ।
कोविड महामारी के चलते पिछले 17 महीनों से हिमाचल में लगातार मरीजो की संख्या बढ़ती जा रही है लेकिन सरकार को और प्रशासन को अब याद आ रहा है कि हमे एक और अस्पताल की जरूरत है सरकार और उसके तंत्र ने महामारी से निपटने के लिए अभी तक कोई नया ढांचा तैयार नहीं किया है जो अलग से आइसोलेशन हॉस्पिटल के नाम से जाना जाए । प्रदेश के अस्पतालों में पहले ही रेगुलर बीमारी के मरीज अपना इलाज नही कर पा रहे है जिसकी बजह से उनको काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है
इसलिए सरकार और प्रशासन इस एक मात्र माता एवं शिशु अस्पताल को ना छेड़े जिसके कारण जिला और प्रदेश की गर्भवती महिलाओं को और दूसरी गायनी की मरीज महिलाओ की सेहत के साथ खिलवाड़ हो ।
अखिल भारतीय जनबादी महिला समिति प्रदेश सरकार से और प्रशासन से मांग करती है कि इस अस्पताल को कोविड के लिये ना दिया जाये।
सचिब। अध्यक्ष
फालमा चौहान। रीना सिंह
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