26 नवम्बर की देशव्यापी हड़ताल में शामिल होगा दलित शोषण मुक्ति मंच
*हिमाचल प्रदेश दलित
शोषण मुक्ति मंच* किसान मजदूर भवन लोवर केन्थु शिमला3
*प्रेस नोट*
हिमाचल प्रदेश दलित शोषण मुक्ति मंच की राज्य कमेटी ने फैसला लिया है कि 26 नवम्बर 2020 को सँयुक्त ट्रेड यूनियनों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल में दलित शोषण मुक्ति मंच हड़ताल में शामिल होगा। दलित शोषण मुक्ति मंच के राज्य संयोजक जगत राम ने आरोप लगाया कि केंद्र की भा ज पा सरकार द्वारा मजदूरों, किसानों,कर्मचरियों,छात्रों, नोजवानों व महिलायों के अधिकारों पर हमले किए जा रहे है। श्रम कानूनों में उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए मजदूर विरोधी फेर बदल किए जा रहे है। हाल ही में संसद में किसान विरोधी 3 बिल वीना चर्चा के पास कर दिए। किसान इसके खिलाफ आज तक संघर्ष कर रहे है। बेरोज़गारी व मंहगाई में बेतहाशा बृद्धि हो रही है।केंद्र सरकार की इन नीतियों की बजह से देश मे आम जनता का जीना मुश्किल हो गया है।
देस व प्रदेश में दलितों की हत्याओं,समाजिक उत्पीड़न महिलाओं के साथ बलात्कार की घटनायों में लगातार बृद्धि हो रही है। केंद्र व राज्य सरकारें दोषियों को सजा देने व दलितों को सुरक्षा देने में पूरी तरह नाकाम रही है। दलितों को संबिधान के तहत मिलने वाले आरक्षण को खत्म किया जा रहा है। भा ज पा सरकार संबिधान को बदल कर मनुस्मृति लागू करना चाहती है। जो देश के विकास व सामाजिक भाईचारे के लिए खतरनाक है । दलित शोषण मुक्ति मंच की राज्य कमेटी ने सभी जिला कमेटियों को आह्वान किया है कि 26 नवम्बर की हड़ताल में ज्यादा से ज्यादा संख्या में शामिल हो ताकि सरकार की इन आम जनविरोधी नीतियों का मुकाबला किया जा सके। मीटिंग में राज्य संयोजक जगत राम सह संयोजक ,आशीष कुमार,सुरेंद्र,विवेक कश्यप, ओ पी भारती, सोनिया ,कलावती,रामचंदर ,सुखी ,वअनिता ने भाग लिया।
जगत राम
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