गैरकानूनी छंटनी के खिलाफ किन्नौर के छोलतु मे JSWके कर्मचारियों ने किया प्रर्दशन
किंन्नौर के छोलतु में जेएसडब्ल्यू के कर्मियों ने किया प्रदर्शन
Post के समीप जेएसडब्ल्यू के करछम वांगतू 1000 मेगा वाट व बास्पा 300 मेगा वाट परियोजना के कर्मचारियों व मजदूरों ने आज छोलतु चिकित्सालय के समीप धरना प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने अपने अपने संगठनों से हट कर सामूहिक रूप से कंपनी के खिलाफ छंटनी को लेकर आंदोलन को धारदार करने का निर्णय लिया। प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने बताया कि कंपनी ने 23 जुलाई को 38 कर्मचारियों के छंटनी की सूची निकाली और उसके बाद 12 कर्मचारियों को 5:00 बजे के बाद बुलाया गया और उन्हें नौकरी छोड़ने के लिए बाध्य किया जाता रहा। आंदोलनकारियों का आरोप था कि इसी तरह कंपनी अधिकारियों ने 24 जुलाई को भी कुछ कर्मचारियों को बुलाया और इस दौरान एक इंजीनियर को कुछ अधिकारियों ने काफी प्रताड़ित किया। सभी कर्मचारियों व कामगारों ने परियोजना के विरोध स्वरूप आज परियोजना के छोटू स्थित चिकित्सालय के समीप धरना प्रदर्शन व नारेबाजी की। उनका आरोप था कि कंपनी लॉकडाउन में आर्थिक तंगी का बहाना लेकर कर्मचारियों की छटनी कर रही है। जबकि दोनों जल विद्युत परियोजनाओं से लगातार विद्युत उत्पादन सामान्य रूप से होता रहा है। और सामान्य रूप से ही बिजली बिक रही है ।कंपनी प्रबंधन लॉकडाउन का सहारा लेकर कर्मचारियों की छटनी कर रहा है ।जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा ।उन्होंने कंपनी को चेताया है कि अगर बिना कोई आधार के छटनी की जाती है तो उग्र आंदोलन होगा। उन्होंने आरोप लगाया है कि कंपनी ने छटनी के दौरान श्रम कानूनों का उल्लंघन किया है। उधर एक इंजीनियर को दो बार 23 व 24 जुलाई को कार्यालय बुलाकर नौकरी छोड़ने पर दबाव बनाया गया इस से वह दवाव में आ कर बेहोश होकर गिर पड़ा और चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है ।इसे लेकर कर्मचारियों ने कंपनी अधिकारियों के खिलाफ टापरी पुलिस थाने में शिकायत भी दर्ज की है।
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