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सचिवालय के बाहर तीन दिन का महापड़ाव डालेंगे हिमाचल के किसान और मजदूर

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केंद्र की मोदी सरकार व प्रदेश की सुक्खू सरकार की मजदूर, किसान, कर्मचारी व जनता विरोधी नीतियों के खिलाफ सीटू व हिमाचल किसान सभा के बैनर तले हिमाचल प्रदेश के हज़ारों मजदूर व किसान प्रदेश सरकार सचिवालय छोटा शिमला के बाहर 25 से 27 नवम्बर तक तीन दिन का महापड़ाव करेंगे।   सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा, महासचिव प्रेम गौतम, किसान सभा प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह तंवर व महासचिव होत्तम सिंह सोंखला ने कहा कि यह तीन दिवसीय महापड़ाव मजदूरों का न्यूनतम वेतन 26 हज़ार रुपये घोषित करने, मजदूर विरोधी चार लेबर कोडों को रद्द करने, किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य देने, स्वामीनाथन कमीशन की सिफारिशों कल लागू करने, शहरी क्षेत्रों में विस्तार के साथ ही मनरेगा में 375 रुपये प्रति दिन की मजदूरी पर 200 दिन कार्य दिवस प्रदान करने, मनरेगा, निर्माण तथा बीआरओ मजदूरों का श्रमिक कल्याण बोर्ड में पंजीकरण व आर्थिक लाभ बहाल करने, आउटसोर्स कर्मियों के लिए नीति बनाने, नौकरी से निकाले गए कोविड कर्मियों को बहाल करने, भारी महंगाई पर रोक लगाने, योजना कर्मियों को नियमित करने, सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण को रोकने, किसानों...

वन मित्र भर्ती में आरक्षण रोस्टर लागू न करने पर दलित शोषण मुक्ति मंच ने जताया ऐतराज

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*प्रेस नोट* दिनांक23/10/2023 हिमाचल प्रदेश दलित शोषण मुक्ति मंच ने हिमाचल सरकार द्वारा वन विभाग में 2061 बन मित्र की भर्ती में अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण रोस्टर लागू न करने पर संविधान की उल्लंगना बताया। हिमाचल सरकार द्वारा इन पदों के लिए आरक्षण रोस्टर लागू न करने पर दलित शोषण मुक्ति मंच ने कड़ा विरोध जताते हुए सरकार की कड़ी निंदा की है। सरकार ने घोषणा की है कि वन विभाग में फॉरेस्ट गार्ड की योग्यता के आधार पर वन मित्र की भर्ती की जाएगी। दलित शोषण मुक्ति मंच ने हैरानी जताई  की बन मित्र को ₹10000 प्रति माह दिए जाएंगे जो सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम वेतन से भी कम है ।दलित शोषण मुक्ति मंच के राज्य संयोजक जगत राम ने बताया कि संविधान के अनुच्छेद 15 (4)16 व 16 (4)में अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति के लिए 15% वह 7.5 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान है ।इन पदों पर आरक्षण रोस्टर लागू न करके सरकार की अनुसूचित जाति विरोधी मानसिकता दर्शाता हैं। सरकार पहले आउटसोर्स, ठेके के माध्यम स्कीम वर्कर, पार्ट टाइम , पी टी ए, एस एम सी, मल्टी टास्क वर्कर, हेल्थ वर्कर्स तरह-तरह के नाम देकर भर्तियां ...

आईजीएमसी में गैरकानूनी छंटनी के खिलाफ सीटू का रिज पर गांधी प्रतिमा के सामने मौन प्रदर्शन

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आईजीएमसी के दो सौ के लगभग सफाई, वार्ड अटेंडेंट, सुरक्षा कर्मी, स्टाफ नर्सों, डेटा एंट्री ऑपरेटरों, मैस कुकों व  हेल्परों, लैब टेकनिशियनों व अन्य कोविड कर्मियों तथा 24 सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से बाहर रखने के मुद्दे पर मजदूर संगठन सीटू के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान में महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे मुंह पर काली पट्टियां बांधकर जोरदार मौन प्रदर्शन करके धारा 144 तोड़ दी। मजदूर अब आक्रोशित हो गए हैं व उन्होंने आरपार की  लड़ाई का एलान किया है। सीटू ने चेतावनी दी है कि अगर नौकरी से निकाले गए सुरक्षा कर्मियों व कोविड कर्मियों को न्याय न मिला तो आंदोलन उग्र होगा। आंदोलन की अगली कड़ी में सत्याग्रह से आगे बढ़ते हुए जेल भरो आंदोलन, गिरफ्तारियां, चक्का जाम, राजभवन, ओक ओवर व सचिवालय मार्च होगा। सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा व जिला कोषाध्यक्ष बालक राम ने कहा कि आईजीएमसी से दो सौ कोविड योद्धाओं को रोज़गार से बाहर करना मानवता को शर्मसार करने की घटना है। उन्होंने कहा कि 24 सुरक्षा कर्मियों के नौकरी से बाहर करना देश के कानून का गला घोंटना है। उन्होंने कहा कि सिक्योर ग...

इजराइल हमलों के खिलाफ शिमला में सीपीआईएम का प्रदर्शन

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प्रेस विज्ञप्ति              भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) फिलीस्तीन की गाजा पट्टी में हमास और इजरायल के बीच हमलों व जवाबी हमलों की कड़ी निन्दा करती है तथा इस अमानवीय कार्यवाही पर तुरन्त रोक की पुरजोर मांग करती। इस मुद्दे पर पार्टी द्वारा उपायुक्त कार्यालय, शिमला के बाहर प्रदर्शन किया गया तथा मांग उठाई गई कि इस टकराव को तुरन्त बन्द किया जाना चाहिए। इस प्रर्दशन में राज्य सचिव ओंकार शाद, कुलदीप तंवर, ज़िला सचिव संजय चौहान, राज्य कमेटी सदस्य फाल्मा चौहान, जगमोहन ठाकुर, राजिंदर चौहान, सत्यवान पुंडीर, राम सिंह, बालक राम, रीना तंवर, अनिल ठाकुर, विनोद बिसरांटा, विजय कौशल, अमित, हिम्मी, रमाकांत मिश्रा, सोनिया, सीना, रमन थारटा, हरीश, सुरजीत, सन्नी सेकटा, संतोष, अंकुश, कमल आदि ने भाग लिया।               इस ताजा टकराव के चलते पिछली 14 दिनों से आ रही खबरों के अनुसार कुल 4900 के करीब लोगों की जान चली गई है और 13300 के करीब लोग घायल हुए हैं। गाजा में अब तक 3785 लोगों की मौत हुई है। इनमे 1524 बच्चे व 120 बुजुर्ग शामिल हैं।...

आईजीएमसी में सुरक्षा कर्मियों की नौकरी और कओवइड के मुद्दे पर सीटू का आंदोलन जारी।

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आईजीएमसी के दो सौ के लगभग सफाई, वार्ड अटेंडेंट, सुरक्षा कर्मी, स्टाफ नर्सें, डेटा एंट्री ऑपरेटर, मैस कुक हेल्पर, लैब टेकनिशियन व अन्य कोविड कर्मियों तथा 24 सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से बाहर रखने के मुद्दे पर आईजीएमसी कॉन्ट्रैक्ट वर्करज़ यूनियन सम्बन्धित सीटू ने आईजीएमसी शिमला के बाहर जोरदार मौन प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में सैंकड़ों मजदूरों के साथ ही दो महीने के नवजात शिशु के साथ नौकरी से निकाली गई रेणु ठाकुर व पिछले एक महीने से तीन ऑपरेशनों से गुज़रे उनके पति सुरेंद्र ठाकुर भी शामिल हुए। इस दौरान आईजीएमसी कर्मियों ने काम बंद रखा। यूनियन ने चेतावनी दी है कि अगर नौकरी से निकाले गए सुरक्षा कर्मियों व कोविड कर्मियों को न्याय न मिला तो आंदोलन तेज होगा।  सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा व जिला कोषाध्यक्ष बालक राम ने कहा कि आईजीएमसी से दो सौ कोविड योद्धाओं को रोज़गार से बाहर करना मानवता को शर्मसार करने की घटना है। उन्होंने कहा कि 24 सुरक्षा कर्मियों के नौकरी से बाहर करना देश कद कानून का गला घोंटना है। उन्होंने कहा कि सिक्योर गार्ड को दिए गए सुरक्षा कर्मियों के ठेके में महाघोटाला है। इस पर कार...

आईजीएमसी अस्पताल में सुरक्षा कर्मियों की नौकरी और कोविड के मुद्दे पर सीटू का आंदोलन जारी।

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आईजीएमसी के दो सौ के लगभग सफाई, वार्ड अटेंडेंट, सुरक्षा कर्मी, स्टाफ नर्सें, डेटा एंट्री ऑपरेटर, मैस कुक हेल्पर, लैब टेकनिशियन व अन्य कोविड कर्मियों तथा 24 सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से बाहर रखने के मुद्दे पर आईजीएमसी कॉन्ट्रैक्ट वर्करज़ यूनियन सम्बन्धित सीटू ने आईजीएमसी शिमला के बाहर जोरदार मौन प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में सैंकड़ों मजदूरों के साथ ही दो महीने के नवजात शिशु के साथ नौकरी से निकाली गई रेणु ठाकुर व पिछले एक महीने से तीन ऑपरेशनों से गुज़रे उनके पति सुरेंद्र ठाकुर भी शामिल हुए। इस दौरान आईजीएमसी कर्मियों ने काम बंद रखा। यूनियन ने चेतावनी दी है कि अगर नौकरी से निकाले गए सुरक्षा कर्मियों व कोविड कर्मियों को न्याय न मिला तो आंदोलन तेज होगा।  सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा व जिला कोषाध्यक्ष बालक राम ने कहा कि आईजीएमसी से दो सौ कोविड योद्धाओं को रोज़गार से बाहर करना मानवता को शर्मसार करने की घटना है। उन्होंने कहा कि 24 सुरक्षा कर्मियों के नौकरी से बाहर करना देश कद कानून का गला घोंटना है। उन्होंने कहा कि सिक्योर गार्ड को दिए गए सुरक्षा कर्मियों के ठेके में महाघोटाला है। इस पर कार...

गांधी जयंती पर सीटू का सत्याग्रह

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आईजीएमसी के 31 सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से बाहर निकालने के खिलाफ आईजीएमसी कॉन्ट्रैक्ट वर्करज़ यूनियन सम्बन्धित सीटू ने डीसी ऑफिस शिमला के बाहर  गांधी जयंती के अवसर पर सत्याग्रह किया। प्रदर्शन को सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा, उपाध्यक्ष जगत राम, बालक राम, रमाकांत मिश्रा, यूनियन अध्यक्ष देवराज बबलू, महासचिव प्रवीण शर्मा, सलाहकार सन्नी व श्रेया ने संबोधित किया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर नौकरी से निकाले गए सुरक्षा कर्मियों को वापिस न लिया तो आंदोलन तेज होगा। प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा  व यूनियन अध्यक्ष देवराज बबलू ने कहा कि महात्मा गांधी ने जिस देश की आज़ादी के लिए सर्वस्व समर्पण कर दिया, उस आज़ाद देश में अंग्रेजों के ज़माने के काले कानून आज भी जारी हैं। इसका उदाहरण आईजीएमसी है जहां पर हायर एन्ड फायर नीति जारी है व कानून का गला घोंट कर 31 सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से बाहर कर दिया गया है। यह औद्योगिक विवाद अधिनियम 1947 की धारा 33 का भी उल्लंघन है जोकि यूनियन के नेतृत्वकारी मजदूरों को सुरक्षित कर्मचारी घोषित करती है। उन्होंने कहा कि 31 सुरक्षा ...

गैरकानूनी छंटनी केखिलाफ आईजीएमसी कान्ट्रेक् वर्करज यूनियन सम्बंधित सीटू का विरोध प्रदर्शन

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आईजीएमसी के 31 सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से बाहर निकालने के खिलाफ आईजीएमसी कॉन्ट्रैक्ट वर्करज़ यूनियन सम्बन्धित सीटू ने डीसी ऑफिस शिमला के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी बारिश के बावजूद भी दो घण्टे तक डीसी ऑफिस के बाहर डटे रहे। प्रदर्शन को सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा व यूनियन अध्यक्ष देवराज बबलू ने संबोधित किया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर नौकरी से निकाले गए कर्मियों को वापिस नौकरी पर न लिया तो आंदोलन तेज होगा। प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा  व यूनियन अध्यक्ष देवराज बबलू ने कहा कि 31 सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से बाहर निकालने का निर्णय गैर कानूनी है। इसे तुरन्त वापिस लिया जाए। अगर ऐसा न किया गया तो आईजीएमसी में हड़ताल होगी। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी में सुरक्षा कर्मियों की मानसिक प्रताड़ना की जा रही है। ठेकेदार बदलने पर उन्हें नौकरी से निकाला जा रहा है जोकि यूनियन से आईजीएमसी प्रबन्धन द्वारा किए गए समझौते व औद्योगिक विवाद अधिनियम की धारा 25 एच का खुला उल्लंघन है। आईजीएमसी प्रबन्धन भी नए ठेकेदार के साथ मिलकर श्रम क़ानूनों की खुली अवहेलना कर र...