एचआरटीसी के आन्दोलन के समर्थन में उतरी सीटू, 26जुलाई को करेंगी प्रदर्शन

सीटू राज्य कमेटी हिमाचल प्रदेश ने क्षेत्रीय प्रबंधक की प्रताड़ना के खिलाफ किये जा रहे एचआरटीसी कर्मियों के आंदोलन का पूर्ण समर्थन किया है। सीटू इन कर्मियों के आंदोलन के समर्थन में 26 जुलाई को शिमला में प्रदर्शन करेगा। 

            सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा व महासचिव प्रेम गौतम ने कहा है कि प्रदेश सरकार गांव-गांव तक बेहतरीन बस सेवाएं देने वाले एचआरटीसी कर्मियों को प्रताड़ित करके उनके हौसलों को पस्त कर रही है। आज भी हिमाचल प्रदेश की  विपरीत भौगोलिक परिस्थिति में हर व्यक्ति तक बस सेवा पहुंचाने का कार्य केवल एचआरटीसी कर्मी ही कर रहे हैं। इस विभाग की बेहतरी के लिए कार्य करने वाले अफसरों व कर्मियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। क्षेत्रीय प्रबंधक का तबादला भी इसी कड़ी का एक हिस्सा है। कर्मियों का गुस्सा केवल क्षेत्रीय प्रबंधक के तबादले तक सीमित नहीं है बल्कि निगम व कर्मियों के प्रति सौतेले भेदभाव के खिलाफ भी है। 

         उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार का रवैया एचआरटीसी कर्मियों के प्रति हमेशा भेदभावपूर्ण रहा है। इस निगम के लिए सरकार की सहायता लगातार कम हो रही है। इसी का नतीजा है कि निगम के पेंशनरों को कई-कई महीनों तक पेंशन नहीं मिलती है। कर्मियों के  ओवरटाइम वेतन का भुगतान कई महीनों तक नहीं होता है। घाटे के रूट एचआरटीसी को देकर इसे जान बूझकर हाशिये पर धकेलने की कोशिश की जा रही है व पूर्ण निजीकरण की कोशिशें हो रही हैं। ऐसी परिस्थिति में भी एचआरटीसी कर्मी बेहतरीन सेवाएं देते रहे हैं परन्तु उन्हें ईनाम की जगह तबादले व प्रताड़ना मिल रही है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने एचआरटीसी कर्मियों की हड़ताल पर प्रदेश सरकार के बयान को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है व इसे कर्मियों के हौंसले को तोड़ने वाले बताया है। उन्होंने मांग की है कि इन कर्मियों से बात करके तुरन्त हल निकाला जाए ताकि जनता को हो रही परेशानी का समाधान किया जा सके।

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