गैर कानूनी छंटनी के खिलाफ दीपक प्रोजेक्ट वर्कर यूनियन (सम्बंधित सीटू का धरना प्रदर्शन

आज दिनांक 23 अक्टूबर 2020 को दीपक प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन संबधित सीटू ने धामी, बसंतपुर, और नोगली से  मनमाने तरीके से निकले गए 6 मजदूरों को  निकालने के  विरोध में आज कमांडर ऑफिस ज्योरी दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन किया।  इस प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए सीटू राज्य उपाध्यक्ष बिहारी सेवगी जिला अध्यक्ष कुलदीप व यूनियन के सचिव प्रेम सिंघानिया व अध्यक्ष प्रेम ने कहा कि दीपक प्रोजेक्ट का प्रबंधन के द्वारा  श्रम कानूनों की खुली उलंघना की जा रही है देश के किसी भी श्रम कानूनों को लागू नहीं किया जा रहा है मजदूरों को मनमाने तरीके से निकाला जा रहा है उन्होने ने कहा कि देश की सत्ता में रहने वाली किसी भी सरकार द्वारा 1962 के बाद अभी तक कोई दीपक प्रोजेक्ट के cpl मजदूरों को कोई कानून नहीं बनाया यूनियन और प्रबंधन के मध्य 2019 को एक लिखित समझौता किया था जिसमें इन्होंने माना था कि मजदूरों को हर माह की 7 तारीख से पहले वेतन दिया जाएगा जबकि मजदूरों को अभी भी 2-2 महीने तक वेतन नहीं मिल रहा है ,  cpl मजदूरों को bocw एक्ट में अभी भी आधे मजदूरों को नहीं जोड़ा गया जिससे मजदूरों को कल्याण बोर्ड से मिलने वाले लाभ से वंचित होना पड़ा। प्रबंधन के द्वारा तानशाही पूर्ण फैसले लिए जा रहे हैं कई साल तक काम कर रहे मजदूरों को नोकरी से निकाला जा रहा है अभी काम करने वाले मस्त राम पुत्र  सुख राम, लवक राम पुत्र भूप राम, मान सिंह पुत्र पदम दास।  हरीश कुमार पुत्र सेवा राम, शारदा पत्नी लाल चंद और शशि राम पुत्र भूमी देवी को GREF / दीपक प्रोजेक्ट द्वारा  पे (CPL) के रूप में नियुक्त किया गया था, जो धामी-शिमला, बसंतपुर और अवेरी पट्टी में जिला  शिमला में काम कर रहे थे। 20 अक्टूबर, 2020 तक एक कैलेंडर वर्ष में न्यूनतम 240 दिनों के साथ 3 से 25 साल की निरंतर सेवा पूरी की थी। प्रासंगिक समय पर वे 13070 / - रुपये की मासिक मजदूरी ले रहे थे।  सेवा नियमों, प्राकृतिक नियमों किए पालन किए बिना और कानून के नियमित समय के पालन के बिना उन्हें सेवा से निकला गया। कोरोना के समय एक तरफ जहां लाखो लोगों का रोजगार चला गया वहीं दूसरी तरफ कमांडर साहब मजदूरों को बाहर निकाल रहे है 1962 के बाद चाहे कांग्रेस की सरकार हो या बीजेपी की सरकार हो दोनों ने सीपीएल में काम कर रहे मजदूरों के लिए कोई नीति नहीं बनाई है ये बीजेपी और कांग्रेस की सरकार की नाकामियों को बताती है। सी आई टी यू ये मांग कर रहा है कि जिन भी लोगों को निकाला गया है उन्हें वापिस लिया जाए अन्यथा सी आई टी यू आने वाले समय में उग्र आंदोलन करेगी । इस धरने में   सी आई टी यू राज्य उप अध्यक्ष बिहारी सवेगी शिमला जिला सचिव कुलदीप दीपक प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष प्रेम सचिव प्रेम सिंघानिया, डाला राम, पवन, यशपाल, रूपलाल, घनश्याम, दीवान, गोविंद, रमेश, चंद्रशेखर, राम, पिंकी, शशि कांति, गीता रंजीत इत्यादि मौजूद रहे

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