छात्रों के पिछले रिकॉर्ड को आधार बनाकर प्रमोट किया जाऐ _SFI
आई राज्य कमेटी ने शिमला स्तिथ राज्य कार्यालय पर छात्र मांगो के मद्देनजर प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया।गौरतलब है कि महामारी के इस दौर में जब समाज का हर वर्ग अपनी ज़िन्दगी की जंग में करोना योद्धा बनकर भूमिका निभा रहे हैं ,इसी समय में लगातार यू जी सी तथा प्रदेश विश्वविद्यालय के समक्ष प्रश्नचिन्ह लगाते हुए छात्रों की पूर्णत अनदेखी का आरोप लगाया।राज्य सचिव अमित ठाकुर ने कहा कि वर्तमान में विश्वविद्यालय के निक्कमे प्रशासन का परीक्षा कराने या ना करने पर मत स्पष्ट नहीं है ,ऐसे में लाखो छात्र असमंजस में है।छात्रों को अपने भविष्य की चिंता सता रही है क्योंकि अभी तक उनकी परीक्षाओं की पूर्णत स्तिथि प्रशासन द्वारा स्पष्ट नहीं है।ऐसे में एस एफ आई ने छात्रों को राहत देकर कुछ सुझाव को ज़ेहन में रखकर प्रोमोट करने की मांग की है। एस एफ आई ने इस मांग के पीछे तर्क दिया है कि छात्रों के प्रीवियस रिकॉड को आधार बनाकर प्रोमोट किया जाए।क्योंकि जिस तरह से महामारी विकराल रूप धारण कर रही है ,विश्वविद्यालय का प्रशासन दुविधा में हैं परीक्षा होगी या नहीं?साथ ही साथ एस एफ आई ने यू जी सी से मांग की है कि प्रोमोट करने का आधार पूरे देश में एक समान हो।इसके साथ साथ प्रोमोट हुए छात्रों के साथ भविष्य में किसी तरह का धोखा ना हो उसके लिए भी एक स्पष्ट रूप रेखा को तैयार किया जाए ताकि प्रोमोट हुए छात्रों के साथ कोई भेदभाव ना हो।एस एफ आई ने सीधे तौर पर जाहिर किया है कि एस एफ आई वैज्ञानिक तथ्य के आधार पर सुझाव आधारित प्रोमोशन की मांग करती है। राज्य सचिव ने बताया कि एस एफ आई जल्द ही पूरे राज्य में छात्रों का जनमत संग्रह करेगी तथा उसकी प्रतियो को यू जी सी ,प्रदेश सरकार तथा विश्विद्यालय को भेजी जाएगी ।जनमत संग्रह जिलावार अलग अलग कॉलेज,तथा शिक्षण संस्थानों के छात्रों से सुझाव भी लेगे।राज्य सचिव अमित ठाकुर ने छात्र समुदाय से अपील की है कि एस एफ आई की इस मुहिम को सफल बनाने के लिए अपना सहयोग दे।
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